Monday, December 16, 2024

प्रभु यीशु के जन्म के विषय में बाइबल के पुराने विधान (Old Testament) में कई भविष्यवाणियां की गई .

प्रभु यीशु के जन्म के विषय में बाइबल के पुराने विधान (Old Testament) में कई भविष्यवाणियां की गई .  


हेलो मसीह भाई और बहनों, आज कि इस लेख में हम जाएंगे की, प्रभु यीशु के जन्म के विषय में बाइबल के पुराने विधान (Old Testament) में कई भविष्यवाणियां की गई हैं, जो उनके आगमन और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती हैं। यह भविष्यवाणियां उनके मसीहा होने का संकेत या संदेश देती हैं. आइए हम जाने की पुराने विधान (Old Testament) में प्रभु यीशु के जन्म की भविष्यवाणी के विषय में किन-किन वचनों में कहां गया है?


(1) प्रभु यीशु मसीहा का जन्मस्थान  की भविष्यवाणी:-
   मीकाह  का ग्रंथ 5:1  

   "हे बेतलेहेम एफ्राता !
जो यूदा के वंशों में छोटा है.
जो इजराइल का शासन करेगा, 
वह मेरे लिए तुझ में उत्पन्न होगा.
उसकी उत्पत्ति सुदूर अतीत में,
अत्यंत प्राचीन काल में हुई है.

   - यह भविष्यवाणी स्पष्ट करती है कि मसीहा बेतलेहेम में जन्म लेंगे, और यह प्रभु यीशु मसीह के जन्मस्थान से मेल खाती है।


(2.) कुंवारी कन्या से जन्म लेने की भविष्यवाणी  
   *इसायाह का ग्रंथ 7:14 इम्मनूल का चिन्ह :-

    प्रभु स्वयं तुम्हें एक चिन्ह देगा और वह यह है-
एक कुंवारे गर्भवती है वह एक पुत्र को प्रसव करेगी और वह उसका नाम इम्मानुएल रखेगी।"  
   - "इम्मानुएल" का अर्थ है "ईश्वर हमारे साथ।" 

इस वचन में, भविष्यवाणी प्रभु यीशु के अद्भुत और अलौकिक जन्म की ओर संकेत करती है।


( 3.) दाऊद के वंशज के रूप में मसीहा की भविष्यवाणी
   इसायाह 9:5.6  

   "यह इसलिए हुआ कि हमारे लिए
 एक बालक उत्पन्न हुआ है,
हमको एक पुत्र मिला है.
उसके कंधों पर राज्याधिकार रखा गया है
और  उसका नाम होगा- अपूर्व परामर्शदाता, शक्तिशाली ईश्वर, शाश्वत पिता,शांति का राजा.
वह दाऊद के सिंहासन पर विराजमान होकर सदा के लिए शांति, न्याय और धार्मिकता का साम्राज्य स्थापित करेगा
विश्वमंडल के प्रभु का अनन्य प्रेम यह कार्य संपन्न करेगा.

- यह वचन स्पष्ट करता है कि मसीहा दाऊद के वंश से आएंगे और उनकी प्रभुता अनन्तकाल तक बनी रहेगी।



(4.) मसीहा का स्वर्गीय उद्देश्य
   उत्पत्ति ग्रंथ 3:15 
 

   "मैं तेरे और स्त्री के बीच, तेरे वंश और उसके वंश में शत्रुता उत्पन्न करूंगा.वह तेरा सिर कुचल देगा और तू उसकी एडी काटेगा.

    यह पहली मसीहाई भविष्यवाणी मानी जाती है, जो पाप और शैतान पर यीशु की विजय की ओर इशारा करती है।



(5.) मसीहा के आगमन का समय की भविष्यवाणी
   दानिएल का ग्रंथ 9:25   

   "अतः जानकर यह समझ लो,
जेरूसलम के पुननिर्माण के विषय में आदेश प्रसारित होने से लेकर अभ्यंजीत नेता के आगमन तक 7 सप्ताह बीत जाएंगे;
फिर 62 सप्ताह तक चौको और खाई सहित उसका निर्माण
वह भी आपत्ति के दिनों में पूरा होगा।"  

   - यह भविष्यवाणी यीशु के आगमन और उनके मिशन की समय-सीमा को दिखाती है।




(6.) विदेशियों द्वारा आराधना,  
   स्रोत ग्रंथ (भजन संहिता )72:10-11  

   "  तसशीश और  द्वीपों के राजा
उन्हें उपहार देने आएंगे,शेबा और सबा के राजा
उन्हें भेंट चढ़ने आएंगे.
सभी राजा उन्हें दंडवत करेंगे.
सभी राष्ट्र उनके अधीन रहेंगे.

   - यह मसीहा के प्रति विदेशी राजाओं (जैसे, ज्योतिषियों) की आराधना की भविष्यवाणी है।


पुराना विधान (Old Testament)  प्रभु यीशु मसीहा के आने का मार्ग तैयार करता है, और नया विधान उनके जन्म, जीवन, मृत्यु, और पुनरुत्थान के विवरण को पूर्ण करता है। इन भविष्यवाणियों का नया विधान (New Testamewnt) में पूरा होना यह प्रमाणित करता है कि प्रभु यीशु मसीह ही वह प्रतिज्ञात मसीहा हैं।

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